लखनऊ

शहर के भीतर डेयरी होने से मचा बवाल

2011 में जिला प्रशासन ने हाई कोर्ट में हलफनामा दिया था कि शहर के भीतर कोई भी डेयरी नहीं है। अगर डेयरी नहीं है तो यह मवेशी कहां से आए ? मंगलवार सुबह नौ बजे हेलिकॉप्टर से दिल्ली जा रहे सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और आस-पास के हाई-वे पर बड़ी संख्या में मवेशी घूमते देखे। उन्होंने इसके लिए बुधवार को नगर आयुक्त को अपने आवास पर तलब किया और फटकार भी लगाई। यह हाल तब है, जब छुट्टा जानवरों के लिए शहरी निकायों को कान्हा गौशाला बनाने के आदेश हैं। अनुपूरक बजट में भी इसके लिए 20 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
हैलिकॉप्टर से जाते समय सीएम को लखनऊ नगर निगम सीमा के भीतर बड़े पैमाने पर पॉलीथिन और मवेशियों के झुंड दिखाई दिए। शहीद पथ पर और उसके आसपास भी मवेशी चलते दिखे। कैटल कैचिंग और पॉलीथिन के खिलाफ लगातार अभियान के दावों के बीच चारों तरफ मवेशी और पॉलीथिन देख सीएम ने नगर निगम अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद नगर आयुक्त ने बुधवार रात नौ बजे सभी अपर नगर आयुक्त, जोनल अफसर और एक्सईएन को तलब कर देर रात तक बैठक की। इसमें लावारिस मवेशियों को कान्हा उपवन भेजने और पॉलीथिन के सफाई के निर्देश जारी हुए।
नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक हैलिकॉप्टर से निरीक्षण करते हुए सीएम को शहरी सीमा के भीतर मवेशी घूमते दिखे। कई जगहों पर सड़कों पर फैली गंदगी और पॉलीथिन भी जमा थी। इसपर नाराजगी जताते हुए सीएम ने नगर आयुक्त को तलब कर लिया। इसके तुरंत बाद नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। इसमें उन्होंने सीएम के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कैटल कैचिंग, पॉलीथिन के अभियान और कूड़ा निस्तारण में सुधार लाने के निर्देश दिए। सूत्रों के मुताबिक नगर आयुक्त ने स्वच्छ भारत अभियान और स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट कामों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। -वेब

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