लखनऊ। वन विभाग के साथ एसटीएफ टीम ने चौक इलाके से 285 प्रतिबंधित देशी पक्षी तोता पकड़ा है। गुरुवार दोपहर सीतापुर से लखनऊ बेचने के लिए लाया जा रहा पक्षी के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक आरोपी रकाबगंज खैराबाद सीतापुर निवासी सरजात मौके से भीड़ का फायदा उठाते हुए फरार हो गया। गिरफ्तार तीन लोगों में एक लखनऊ तो दो सीतापुर के रहने वाले है। इनके ऊपर वन संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई एसटीएफ द्वारा की जा रही है।
एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि वन विभाग की ओर से पुराने लखनऊ में अवैध पक्षियों की तस्करी की बिक्री की जानकारी दी गई थी। इसी सिलसिले में वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक (एसटीएफ) अभिषेक सिंह ने पुलिस उपाधीक्षक सत्यसेन यादव को मामले की पड़ताल के निर्देश दिए। शुरूआती जांच पड़ताल पुराने लखनऊ के विक्टोरिया स्ट्रीट, चौक व अकबरी गेट पर प्रतिबंधित पक्षियों के व्यापार के बारे में जानकारी मिली। गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर सीतापुर से आ रही टाटा ऐस गाड़ी नंबर यूपी 34टी-2029 को घेराबंदी करके पकड़ा गया। आरोपियों के पास से 285 देशी तोता, चार मोबाइल फोन व 3200 रुपये बरामद हुए है।
गिरफ्तार लोगो में : मो. जैद पुत्र मो. आमीन चौपटिया सहादतगंज लखनऊ। रामू पुत्र छब्बा बक्सरिया टोला, खैराबाद सीतापुर।
रंजीत कुमार पुत्र किशन बाजदारी टोला खैराबाद सीतापुर।
एसटीएफ ने खुलासा किया है कि गिरफ्तार लोगो प्रतिबंधित पक्षियों का व्यापार करते थे। इस व्यापारियों के संबंध में पटना व कोलकता के व्यापारियों से है। जहां व्यापारियों से मिली भगत करके ऊंचे दामों पर प्रतिबंधित पक्षी की सप्लाई करते थे। इन पक्षियों की सप्लाई ट्रेनों के जरिए की जाती है। -वेब