लखनऊ में 2014 के मुकाबले इस बार राजनाथ सिंह को ज्यादा बड़ी जीत मिली है। बड़ी जीत के साथ शहर वासियों की उनसे अपेक्षाएं भी बड़ी हैं। पिछले पांच वर्षों में राजनाथ सिंह ने लखनऊ को कई बड़ी परियोजनाएं दीं। कई रुकी योजनाओं का काम शुरू कराया। विकास कराने वाले नेता की पहचान बनायी। अगले पांच सालों के लिए कई योजनाओं का पहले से ही खाका तैयार करा रखा है। राजनाथ सिंह के छोटे पुत्र नीरज सिंह व उनके सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी पर इनका पूरा दारोमदार है। चुनाव जीतने के जश्न के साथ ही अगले पांच साल के एजेण्डे पर भी इन लोगों ने काम शुरू कर दिया है।
गोमतीनगर, कपूरथला, अवध चैराहा तथा राजाजीपुरम, अमीनाबाद सहित सभी जनसभाओं में उन्होंने लखनऊ को सुविधाओं के मामले में विश्व स्तरीय बनाने की बात कही। इसके लिए योजना भी तैयार करायी है। अब चुनाव हो चुका है। जल्दी पूरी योजना का खाका सामने आयेगा उस पर काम शुरू होगा। वैसे तो स्मार्ट सिटी की परियोजना लखनऊ में भी चल रही है। लेकिन अभी तक जमीनी स्तर पर काम नहीं हुआ है। राजनाथ सिंह के एजेण्डे में इस बार यह योजना भी प्राथमिकता पर है।
शहर के कई क्षेत्रों में सीवरेज व पेयजल सिस्टम नहीं है। दिवाकर त्रिपाठी व नीरज सिंह कहते हैं कि सीवरेज सिस्टम का जाल बिछाने की योजना तैयार करायी है। पांच सालों में शहर के सभी इलाकों को सीवरेज सिस्टम से लैस किया जाएगा। पेयजल की समस्या खत्म होगी।
राजनाथ सिंह ने इस बार चुनाव में युवाओं के रोजगार की बात की थी। लखनऊ को आईटी हब बनाने के लिए नए निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड के किनारे 5जी की आप्टिकल फाइबर केबिल बिछाई जाएगी। इसके होने से लखनऊ में आई टी कम्पनियां आएंगी। लखनऊ के युवाओं के लिए लखनऊ के अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी रोजगार के दरवाजे खोले जाएंगे। -वेब