लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 जारी किया। शिकायतकर्ता, यूपी के किसी भी क्षेत्र से इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। यूपी में पहली बार एक ऐसी व्यवस्था की गई है कि, इस हेल्पलाइन के जरिए एक दिन में 80 हजार शिकायतों को सुना जा सकता है। शिकायतों के निस्तारण के लिए चार लेवल बनाए गए हैं। निस्तारण के ग्राफ से अफसरों का रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा। मुख्यमंत्री हर माह शिकायतों व उनके निस्तारण की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग अपर मुख्य सचिव आलोक सिन्हा ने बताया कि, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 में 500 सीट की क्षमता है, जिसको कभी भी बढ़ाकर 1000 की जा सकती है। कॉल सेंटर को सभी आकस्मिक सेवाओं के साथ जैसे डायल 100, 102, 108 से जोड़ दिया गया है।
कॉल सेंटर में सप्ताह के सात दिन और 24 घटें शिकायतों को सुना जाएगा। एक दिन में 80,000 इनबाउंड कॉल्स तथा 55 हजार आउटबाउंड कॉल्स की क्षमता है। इस सेंटर का संचालन नेटवर्क टैकलैब (आईबी) प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई एवं में श्योरविन बीपीओ सर्विसेज लिमिटेड भोपाल द्वारा किया जा रहा है।
लेवल-1 से लेवल-4 तक होगी मैपिंग
हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए संबंधित विभाग को ट्रांसफर किया जाएगा। एक सप्ताह के भीतर अफसरों को शिकायत पर एक्शन लेना होगा। निस्तारण की मैपिंग के लिए चार लेवल बनाए गए हैं। इसमें सबसे पहले लेवल पर पीड़ित के असन्तुष्ट होने पर दूसरे लेवल पर, फिर तीसरे लेवल पर और फिर चैथे प्रमुख सचिव स्तर पर मामलें का निस्तारण किया जाएगा। निस्तारण किस लेवल पर हुई है, उस अफसर को ग्रेडिंग मिलेगी।
शिकायत मिलने के बाद से निस्तारण तक शिकायतकर्ता से फीडबैक लिया जाएगा। शिकायत निस्तारण होने के बाद एक उच्च अधिकारी से फीडबैक लिया जाएगा। सीएम हेल्पलाइन से एक हजार सदस्यीय टीम जुड़ी है। इसकी निगरानी सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं करेंगे। परफार्मेंस के आधार पर ही अफसरों का प्रमोशन तय होगा।
न्यायालय, अन्य राज्य सरकारोंध्केंद्र सरकार, शासकीय कर्मचारियों की सेवाओं, सूचना का अधिकार, अधिनियम आदि से सम्बंधित मामले की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शामिल नहीं किए जाएंगे। -वेब