लखनऊ, जेएनएन। शहर में डेंगू दिनों दिन घातक हो रहा है। इसकी चपेट में आकर मरीजों की जान जा रही हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के कागजों में मौत का ग्राफ शून्य बना हुआ है। राजधानी में मासूम समेत दो की और जिंदगी डेंगू ने छीन ली है।
कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी सेक्टर डी निवासी शेर सिंह के मुताबिक बेटी प्रितुषा चौधरी को तीन दिन से तेज बुखार था। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार रात उसकी हालत गंभीर हो गई। ऐसे में प्रितुषा को लेकर लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। वहीं ट्रॉमा सेंटर में बेड फुल बताकर लौटा दिया। इसके बाद आशियाना स्थित एक दूसरे निजी अस्पताल ले गए। यहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। डॉक्टरों ने वेंटिलेटर के लिए रेफर किया। इसी दरम्यान उसकी मौत हो गई। वहीं रनजी खंड के 25 वर्षीय रतन की भी शनिवार देर रात डेंगू से मौत हो गई।
लगातार बढ़ रहे मरीज : शहर में रोजाना 20 से अधिक मरीज डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। ड्रग कमिश्नर रमा शंकर सिंह और उनकी पत्नी दोनों को डेंगू हुआ है। दोनों का इलाज उनके घर पर ही चल रहा है। शनिवार तक शहर में 597 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। -वेब