लखनऊ में डेंगू से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार को डेंगू से ग्रसित ट्रैफिक सिपाही की मौत हो गई। वह केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती होकर अपना उपचार करा रहा था। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि डेथ ऑडिट के बाद ही डेंगू से मौत की पुष्टि की जाएगी।
प्रयागराज के नवाबगंज निवासी मानिक चंद्र (45) सदर स्थित यातायात पुलिस लाइन में रहते थे। करीब डेढ़ हफ्ते पहले उन्हें बुखार आया था। पहले नजदीकी अस्पताल से दवा ली, मगर कोई फायदा न हुआ। डॉक्टर ने फिर डेंगू की जांच कराई। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद तीमारदारों ने मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। मगर यहां इलाज में हुई कोताही से मरीज की हालत बिगड़ गई। तीमारदार आकाश का कहना है कि रविवार को आनन-फानन उन्हें केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
जहां डॉक्टरों ने दोबारा डेंगू की जांच कराई, जो पॉजिटिव आई। बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर संदीप तिवारी का कहना है कि पुलिस कर्मी डेंगू से पीड़ित था। इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। -वेब