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पाकिस्तान की काली करतूतः ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ ने किया पथराव

पाकिस्तान। पाकिस्तान के सैकड़ों कट्टरपंथी मुस्लिमों ने शुक्रवार शाम सिखों के पवित्र धर्मस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे को घेरकर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने सिखों को भगाने और ननकाना साहिब का नाम बदलने की धमकी भी दी। घटना पर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से नाराजगी जाहिर करने के बाद मामले में पाकिस्तानी सरकार ने हस्तक्षेप किया। इमरान सरकार के अफसरों ने प्रदर्शनकारियों से समझौता कर गुरुद्वारे के बाहर से भीड़ हटाई और 35 सिख श्रद्धालुओं को सही सलामत बाहर निकाला।
करतारपुर कॉरिडोर के उद्धाटन (9 नवंबर) से चार दिन पहले ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर को मो. हसन नाम के मुस्लिम युवक ने अगवा कर लिया था। धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया था। तब लड़की के पिता ने करतारपुर में धरना देने की चेतावनी दी थी। इसके चलते पुलिस ने लड़की को वापस पिता के पास भिजवा दिया था। मुस्लिम लड़का रईस परिवार से है। बाद में कुछ लोगों ने उसकी ताकत पर सवाल उठाए। कहा कि कैसे बंदे हो जो लड़की चली गई। इसके बाद उस युवक ने दोबारा लड़की को अगवा कर लिया। विरोध में सिखों ने प्रदर्शन किया, जिसे स्थानीय मुसलमानों ने समुदाय के खिलाफ मान लिया। इसी वजह से गुरुद्वारा साहिब पर पथराव किया गया। पंजाब प्रांत के एक मंत्री ने फोन कर पुलिस को मौके से सिखों को निकालने के लिए कहा, तब जाकर पुलिस पहुंची।
इस घटना की गूंज दुनियाभर में पहुंची। ब्रिटेन की लेबर पार्टी की सांसद प्रीत कौर गिल ने प्रधानमंत्री इमरान खान से सवाल करते हुए कहा, यह चिंता की बात है, आखिर क्यों पाकिस्तान में सिख समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है ?