लखनऊ। मुख्तार अंसारी की डालीबाग में लगभग दस हजार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बने दो बिल्डिंग को जमीदोज कर दिया। यह बिल्डिंग शत्रु सम्पत्ति पर बनी थी जो मुख्तार ने फर्जी तरीके से अपनी मां के नाम करा ली थी। बाद में उसने अपने दो पुत्रों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के नाम करा दिया था। दोनों बिल्डंग बिना नक्शा के अवैध तरीके से बनाई गई थी।
कार्रवाई की भनक लगते ही वहां कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। एलडीए व प्रशासनिक अधिकारियों से झड़प शुरू होने लगी। लेकिन ढाई सौ से अधिक संख्या में मौजूद पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया। बुलडोजर से बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई। कुछ ही देर में तीन मंजिला बिडिंग भरभराकर जमीदोज हो गई। कार्रवाई के बाद एलडीए व प्रशासन के अधकारी वापस चले गए। एहतियात के तौर पर वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बिल्डिंग को गराने की तैयारी इतनी गुपचुप तरीके से की गई कि किसी को भनक तक नहीं लगने पाई। बुधवार की रात में ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। एलडीए, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को सुबह ही कार्रवाई करने का फरमान जारी कर दिया गया था। अधिकारियों का डर था कि कार्रवाई की भनक लगी तो वहां बड़े स्तर पर विरोध हो सकता है
दरअसल, यूपी पुलिस का शिकंजा मुख्तार गैंग पर कसता जा रहा है। पूर्वांचल से लखनऊ तक मुख्तार से जुड़े लोगों पर पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि मुख्तार अंसारी गिरोह के निकट सहयोगी के रूप में चिन्हित 12 लोगों को जिला बदर किया गया है। – वेब
मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
