राज्य

रिपब्लिक टीवी पर कार्यवाही तेज

मुंबई। टीआरपी फ्रॉड केस के सिलसिले में मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर शिव सुंदरम, सैम बलसारा फाउंडर और चेयमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर ऑफ मेडिसन वर्ड एंड ऑपरेशन हेड लोव लिंटास शिशिर सिन्हा को बयान रिकॉर्ड के लिए बुलाया गया है।
इन तीनों से कहा गया है कि वे शनिवार की सुबह 11 बजे तक दक्षिम मुंबई के क्राइम ब्रांच पहुंचें। ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम), मिलिंद भरांबे ने कहा- “उन सभी को सीआरपीसी की धारा 160 के अंतर्गत बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है।” मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने गुरुवार को यह ऐलान किया था कि टीआरपी मेनुपुलेटिंग के जांचकर्ता रिपब्लिक टीवी के अधिकारियों के साथ पूछताछ करेंगे।
मुंबई पुलिस ने चार लोगों को- विशाल भंडारी, बोमपल्ली राव मिस्त्री उर्फ संजीव राव और फख्त मराठी के मालिक और बॉक्स सिनेमा शिरिष शेट्टी और नारायण शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया है। इन सभी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 13 अक्टूबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
विदित है कि मुंबई पुलिस ने गुरुवार को फर्जी तरीके से टीवी चैनलों की टीआरपी बढ़ाने वाले रैकेट के भंडाफोड़ का दावा किया। शहर के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि अर्नब गोस्वामी के स्वामित्व वाले रिपब्लिक टीवी समेत तीन चैनल पैसे देकर टीआरपी हासिल कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि ये चैनल रेटिंग मीटर वाले घरों में 400 से 500 रुपये देकर टीआरपी हासिल कर रहे थे। हालांकि, अर्नब गोस्वामी ने मुंबई पुलिस के आरोपों को झूठा बताया है।
आपराधिक मानहानि की धमकी देते हुए अर्नब गोस्वामी ने बयान जारी कर कहा- ष्मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने रिपब्लिक टीवी के खिलाफ गलत आरोप लगाए हैं, क्योंकि हमने उनसे सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच को लेकर सवाल किया था। रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दायर करेगा।’ – वेब