लखनऊ में एलडीए की सरोजनी नायडू अंडरग्राउंड पार्किंग में करीब 100 लग्जरी कारें लावारिस मिली हैं। डीएम आवास के ठीक सामने स्थित पार्किंग में एलडीए टीम ने बुधवार दोपहर करीब 12 बजे छापा मारा, तब इसका खुलासा हुआ। इनमें ज्यादातर गाड़ियों पर पंजाब, नोएडा और दिल्ली के नंबर हैं। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच की एक टीम भी तुरंत मौके पर पहुंची।
फिलहाल मामले की जांच के लिए एलडीए ने पार्किंग के पुराने ठेकेदार मुनव्वर को पूछताछ के लिए तलब किया है। एलडीए ने पिछले साल ही सरोजनी नायडू पार्किंग का टेंडर किया था। इसका ठेका मुनव्वर को मिला था, लेकिन इस साल 15 सितंबर को एलडीए ने पार्किंग अपने नियंत्रण में ले ली।
इस बीच एलडीए की नायब तहसीलदार स्निग्धा चतुर्वेदी ने पार्किंग का निरीक्षण किया तो अलग अलग प्रदेशों के नंबरों वाली नई गाड़ियां देखकर उन्हें गड़बड़ी की आशंका हुई। उन्होंने संयुक्त सचिव ऋतु सुहास को इसकी रिपोर्ट दी। इसके बाद संयुक्त सचिव ने बुधवार को पार्किग में छापा मारा।
जांच के दौरान संयुक्त सचिव ने गाड़ियों का मासिक पास और टोकन मांगा तो कर्मचारियों ने रजिस्टर तलाशना शुरू किया। रजिस्टर देखने पर पता चला कि इन गाड़ियों का न तो मासिक पास जारी हुआ था, न ही टोकन ही कटा था। कर्मचारियों ने बताया कि ये गाड़ियां 15 सितंबर से पहले से खड़ी हैं।
उस वक्त पार्किंग का संचालन ठेकेदार मुनव्वर के पास था। ठेका खत्म होने के बाद उसने चार्ज छोड़ दिया, लेकिन खड़ी गाड़ियों का ब्योरा नहीं दिया। ऐसे में पार्किंग में कार बाजार चलने या चोरी की गाड़ियां खड़ी होने की भी आशंका जताई जा रही है। -वेब