किसान संगठनों के आह्वान पर आज देशव्यापी चक्का जाम के तहत दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक किसानों ने मैसूर-बेंगलुरु हाइवे पर चक्का जाम किया। रैपिड ऐक्शन फोर्स समेत सुरक्षाबलों के जवानों को दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात किया गया है। चक्का जाम के समर्थन में दिल्ली के शहीदी पार्क में प्रदर्शन कर रहे करीब 50 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। किसानों के ’चक्का जाम’ के तहत हैदराबाद के बाहरी इलाके में हाइवे पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हटा दिया है।
दिल्ली पुलिस ने शहीदी पार्क एरिया में ’चक्का जाम’ के तहत प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को हिरासत में लिया। ये सभी नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
सिंघु बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण है, मगर अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए यहां की इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन स्थल से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर (सिंघोला गांव में) बैरिकेड्स लगा दिए हैं। 500 मीटर आगे बैरिकेड्स की दूसरी लाइन लगाई गई है। सिंघु सीमा पर विरोध स्थल से 300 मीटर की दूरी पर अधिक बैरिकेड्स लगाए गए हैं। सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी को रोक दिया गया है।
मोदी सरकार को यह गलतफहमी है कि केवल पंजाब में आंदोलन हो रहा है। पूरे देश में विरोध हो रहा है, सभी राज्यों के किसान धरना स्थलों पर बैठे हैं। यदि वे अभी भी आंख बंद करके यह दावा करना चाहते हैं कि केवल पंजाब ही विरोध कर रहा है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता।
लालकिला, जामा मस्जिद, जनपथ और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशनों के भी एंट्री और एग्जिट गेट बंद किए गए। हालांकि इन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। -वेब
किसानों ने किया चक्का जाम
