केन्या के नैरोबी एयरपोर्ट से एक कार्गो प्लेन तुर्की और ब्रिटेन होते हुए नीदरलैंड्स पहुंचा यानी कुल 8 हजार किलोमीटर की यात्रा की। प्लेन के लैंडिंग गियर में 16 साल का एक लड़का छिपा रहा। अब वो नीदरलैंड्स के मास्त्रिख्त शहर में एक अस्पताल में है और सेहतमंद है।
एक रिपोर्ट में इस वाकये की जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को केन्या के नैरोबी से कार्गो फ्लाइट ने टेकऑफ किया। न जाने कैसे 16 साल का एक कीनियाई लड़का इसके लैंडिंग गियर में छिप गया। तुर्की और ब्रिटेन में तो प्लेन के हॉल्ट भी हुए।
ब्रिटेन के बाद यह फ्लाइट शुक्रवार दोपहर नीदरलैंड्स के मास्त्रिख्त एयरपोर्ट पहुंची। यहां जब इंजीनियर्स ने प्लेन चेक किया तो लैंडिंग गियर में यह लड़का दिखा। इसे बाहर निकाला गया और फिर चेकअप के लिए अस्पताल भेजा।
नीदरलैंड्स के एविएशन एक्सपर्ट्स यह पता लगाने में जुट गए हैं कि यह एयरक्राफ्ट तक कैसे पहुंचा ? इतने लंबे सफर में इसके छिपे होने की जानकारी किसी भी स्तर पर क्यों नहीं मिली ? फ्लाइट ज्यादातर वक्त 38 हजार फीट की ऊंचाई पर थी। इस ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल बेहद कम होता है। ऐसे में जिंदा रहना करीब-करीब नामुमकिन ही होता है। एक बात और- जब एयरक्राफ्ट लैंड करता है तो व्हील्स खुलते हैं। कोई छिपा भी हो तो जमीन पर गिरकर मर सकता है। इसके साथ तो यह भी नहीं हुआ। एक अधिकारी ने कहा- मैं तो इस लड़के को ‘मुकद्दर का सिकंदर’ ही कह सकता हूं।
2019 में केन्या एयरवेज की एक फ्लाइट में कुछ इस तरह की घटना हुई। यह फ्लाइट लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पहुंची थी। लैंडिंग के पहले सनबाथ ले रहे एक व्यक्ति ने फोन करके एयरपोर्ट अथॉरिटी को बताया था कि लैंडिंग गियर में कोई लटक रहा है।
1997 में भी ऐसा ही हुआ था। इस बार भी फ्लाइट नैरोबी से ही आई थी। यह ब्रिटेन के गैटविक एयरपोर्ट पर लैंड हुई। इसके अगले लैंडिंग पार्ट पर एक कीनियाई की लाश मिली थी। -वेब
मुकद्दर का सिकंदर, नैरोबी एयरपोर्ट से नीदरलैंड्स पहुंच गया 16 साल का लड़का
