लखनऊ

इलाज के नाम पर मरीजों से वसूले जा रहे हैं लाखों रूपये

लखनऊ। निजी अस्पतालों की मनमानी सरकारी प्रयास के बावजूद भी थमने का नाम नहीं ले रही है। इलाज के नाम पर मरीजों से लाखों रुपए का बिल वसूला जा रहा है। गंभीर बात यह है कि इन अस्पतालों के खिलाफ आ रही शिकायतों पर शासन प्रशासन की कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। ताजा मामला मेदांता अस्पताल का सामने आया है, जहां भर्ती मरीज ने अस्पताल द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार के बारे में वीडियो बनाकर साझा करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
मेदांता अस्पताल में बीते आठ दिनों से भर्ती कोरोना संक्रमित सुधांशु रस्तोगी की ओर से खुद के द्वारा बनाकर साझा किए गए वीडियो में अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सुधांशु ने बताया कि अस्पताल में मरीजों को पीने के लिए गर्म पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है। चार चार घंटे तक मरीजों को गर्म पानी तक नहीं दिया जाता है। न तो डॉक्टरों का पता कि वे कब मरीजों को देखने आएंगे। तीन तीन दिन तक टॉयलेट की सफ़ाई तक नहीं होती। जबकि अस्पताल की फीस किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं। इस बाबत जब मेदांता अस्पताल के निदेशक प्रो राकेश कपूर से संपर्क किया गया तो उनका नंम्बर स्विच ऑफ बताता रहा। वही मेदांता के प्रवक्ता आलोक ने फोन नहीं उठाया। -वेब

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