लखनऊ। व्यापारी जिलों से लॉकडाउन हटाने वाले 600 से कम मरीजों वाले आंकड़ों के पैमाने को मानने को तैयार नहीं। उनका सीधा कहना है कि बाहरी जिलों से आए कोरोना रोगियों को लखनऊ में शामिल कर बाजार को बंद करना कतई उचित नहीं है। दूसरे जिले खुले होने की वजह से खरीदार उनकी ओर का रुख कर रहे हैं। बाजार दूसरे जिलों की ओर बाजार शिफ्ट हो रहा है। ऐसे में लॉकडाउन खोले जाने में प्रशासन की देरी व्यापारियों को बुरी तरह बर्बाद कर देगी। सहालग का सीजन है अब लोग अपनी जरूरत का सामान जुटाने के लिए आसपास खोले गए बाजारों का रुख कर रहे हैं। सीतापुर, बाराबंकी, उन्नाव, कानपुर की तरफ लोगों का रुझान हो रहा है। लगातार घट रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए जिम्मेदार करें निर्णय पर पुनर्विचाररू नीरज जौहर ने बताया कि सभी संगठन एक स्वर में अब बाजार को खोले जाने की मांग कर रहे हैं। व्यापारी नेताओं और विभिन्न ट्रेडों के कारोबारियों का कहना है कि करीब-करीब दो माह हो चुके हैं। जब सरकार को जरूरत पड़ी तो व्यापारी बिना कहे स्वेच्छा से बंदी कर दी। अब जब स्थिति नियंत्रण में है तो बाजार खोला जाना चाहिए। -वेब
व्यापारी 600 से कम मरीजों वाले आंकड़ों के पैमाने को मानने को तैयार नहीं
June 2, 2021
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