पाकिस्तान का सच समय-समय पर अपने आप ही सामने आ जाता है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुस्लिमों की भीड़ ने मंदिर पर हमला कर दिया और वहां मौजूद प्रतिमाओं से भी तोड़फोड़ कर दी। हालात इतने बेकाबू थे कि पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही। इस घटना पर नरेंद्र मोदी सरकार ने काफी सख्त कदम उठाया है। भारत ने गुरुवार को दिल्ली में पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया है।
दरअसल, चार अगस्त की देर रात पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया। इस भीड़ ने मंदिर में लगी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को भी तहस-नहस कर डाला। इस घटना का विरोध भारत में हुआ। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने पाकिस्तान की इमरान खान सरकार पर निशाना साधा। इसी कड़ी में अब भारत सरकार ने ना सिर्फ दिल्ली में पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक को तलब किया बल्कि मंदिर की तोड़फोड़ पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता पर निरंतर हमलों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से भी पाकिस्तानी राजनयिक को अवगत कराया है। बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि यहां पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को गुरूवार दोपहर तलब किया गया और पाकिस्तान में हुई इस निंदनीय घटना को लेकर, अल्पसंख्यक समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता एवं उनके धार्मिक स्थलों पर लगातार हो रहे हमलों पर अपनी गंभीर चिंता प्रकट करते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है। – वेब
पाकिस्तान में मुस्लिमों की भीड़ ने मंदिर पर किया हमला
